[(-से) इन्हिराफ़् कर्ना = to shun, avoid, abjure]
घ़लत् था॒ मेरा॒ कहा, सो मुझे मुऽआफ़् करो;
नहीँ तो॒ शौक़् से॒ तुम् मुझ्से॒ इन्हिराफ़् करो!
[क़स्द् कर्ना = to resolve, strive]
[ख़ुलूस् = sincerity, purity] [इत्तिसाफ़् = description; praise]
किसी का॒ दिल् न दुखे, इक् यही तो॒ क़स्द् किया;
ख़ुलूस्-ए॒ दिल् का॒ मे॒रे, कुछ् तो॒ इत्तिसाफ़् करो॥
[अऽतिराफ़् कर्ना = to acknowledge, confess]
सुनो! मुझे नहीँ॒ मऽलूम् मेरे॒ दिल् का हाल्;
तुम्हे, जो॒ मुझ्से॒ लगी है, तो॒ अऽतिराफ़् करो!
[मदार् = center, axis (of revolution)] [ख़्व़ुद्-बीन् = self conceited]
[तवाफ़् कर्ना = to circ-ambulate a holy place]
मदार् क्योँ न तुझी को करूँ, बुत्-ए ख़्व़ुद्-बीन्!?
कहा तो॒ तूने॒ ही॒ था: "जाओ॒, अब् तवाफ़् करो!"
[सुर्म: = antimony (of the eye)] [ज़ुऽआफ़् = sudden death]
व॒ह् तेज़् सुर्म: लगा कर् कहेँ, "हटो -रौशन्-
निगाह्-ए॒ नाज़् के॒ मारोँ का॒ यूँ ज़ुऽआफ़् करो!"
दर्ज्-ए ज़ैल् अश्ऽआर् जनाब् -राज् कुमार् "क़ैस्"- के कलम् की देन् हैँ:
य॒ह् "इत्तिसाफ़्-ओ॒ ज़ुऽआफ़्" उस्को॒ क्या रिझाएँगे?
सनम् के॒ पाँव् पड़ो, और् बात् साफ़् करो!
[ख़िताब् = conversation, discourse]
[अलिफ़्, बे, ऽअय्न्, घ़य्न्, काफ़्, गाफ़् = letters in the फ़ार्सी alphabet]
ख़िताब् उस् से॒ करो, तो रहो अलिफ़्-बे तक्
न ऽअय्न्-घ़य्न् पे॒ जाओ, न काफ़्-गाफ़् करो॥